tag:blogger.com,1999:blog-1554908954553593811.post2751550713542019600..comments2023-08-26T20:59:56.302+05:30Comments on My lyrics ( अंधड़ से संग्रहित काव्य ): मर्जी के मालिक हो गए, यहाँ के सब कारिंदे है।पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-1554908954553593811.post-21809035477994488692013-03-12T12:44:40.655+05:302013-03-12T12:44:40.655+05:30
शठ-कुटिलो का ही है बोल-बाला यहाँ हर तरफ,
नारक...<br />शठ-कुटिलो का ही है बोल-बाला यहाँ हर तरफ, <br /><br />नारकीय जीवन जी रहे देखो,सुशील (वा)शिंदे हैं।<br /> <br />यह न पूछो कि दहशत का ये आलम हुआ कैसे, <br /><br />दरवान जो थे, कुछ सोये पड़े है तो कुछ उनींदे है।<br /><br />शर्म से सर हिन्द का तो, झुक रहा अब बार-बार,<br /><br />किन्तु बेशर्म बने बैठे भ्रष्ट,जनता के नुमाइन्दे है।<br /><br />एकदम सही चित्रण ।<br /><br /> Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1554908954553593811.post-53969199886874001632013-02-08T11:20:24.407+05:302013-02-08T11:20:24.407+05:30मर्जी के मालिक हो गए , यहाँ के सब कारिंदे है।bahut...मर्जी के मालिक हो गए , यहाँ के सब कारिंदे है।bahut sahi bayan.....mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1554908954553593811.post-47624447057173110512013-01-22T19:00:00.783+05:302013-01-22T19:00:00.783+05:30आभार
आपकी महत्वपूर्ण टिप्पणियों का .
बेहद तीखा ...आभार <br /><br />आपकी महत्वपूर्ण टिप्पणियों का .<br /><br />बेहद तीखा तंज है व्यवस्था गत हराम खोरी पर ,हराम खोरों पर .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.com